
एक्टिव मोड में आ चुके धामी सरकार के मंत्रियों ने अपनी सुविधानुसार अधिकारी मांगे हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुमाऊं दौरे से लौटने के बाद नौकरशाही में व्यापक फेरबदल होगा। सभी आठ मंत्रियों ने लगातार विभागीय समीक्षा और बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। जिस प्रकार के संकेत मिल रहे हैं, उससे साफ है कि सरकार सौ दिन के रोडमैप पर आगे बढ़ेगी।
ऐसे में नौकरशाही में परिवर्तन तय माना जा रहा है।वैसे भी नई सरकार का गठन होने के बाद वह अपने हिसाब से अधिकारियों की तैनाती करती है। इसके पीछे मंतव्य मनपसंद अधिकारियों के माध्यम से योजनाओं को धरातल पर उतारना व गति देना भी होता है। पिछली सरकार को देखें तो त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत व पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्रित्वकाल में अधिकारियों के व्यापक पैमाने पर तबादले किए गए। धामी सरकार के पहले कार्यकाल में अंतिम समय तक अधिकारियों के पदभार बदले गए थे।इस बार मंत्रिमंडल में तीन नए चेहरे हैं, जबकि पुराने पांच चेहरों को नए विभाग भी दिए गए हैं। ऐसे में मंत्रियों के सामने स्वयं को साबित करने की चुनौती भी है।
उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण और मंत्रियों को विभागों का बंटवारा होने के बाद अब इस सिलसिले में होमवर्क चल रहा है।