उत्तराखंड में भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच कुछ राहत मिली है। मौसम के करवट बदलने से प्रदेश में हिमपात और बारिश होने से तापमान में कुछ कमी आई है।
भीषण गर्मी के साथ ही मौसम के बदले मिजाज ने जंगलों की आग से भी फौरी राहत दी है। हालांकि, कहीं-कहीं अंधड़ से जरूर आफत रही। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान जताया है। इस दौरान मैदानी स्थानों पर तेज हवा चलने की आशंका है।
शुक्रवार को दोपहर बाद प्रदेश में मौसम बदला और केदारनाथ धाम में हल्की बर्फबारी हुई। रुद्रप्रयाग समेत गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि क्षेत्रों में बारिश होने से गर्मी से कुछ राहत मिलने के साथ ही जंगलों में लगी आग भी बुझी है।
चमोली जिले में बदरीनाथ व हेमकुंड की चोटियों पर जहां बर्फबारी हुई, वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश से गर्मी से भी खासी राहत मिली। जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में विगत कई दिनों से जंगलों में लगी आग व धुएं से लोग खासे परेशान थे, वहीं बारिश से खासी राहत मिली है।
उधर, उत्तरकाशी के पुरोला और मोरी क्षेत्र में देर शाम अंधड़ चला। जिससे ग्राम पंचायत जखोल में तीन मंजिला मकान की छत उड़ गई और भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा कंडिया गांव में दो अन्न के भंडार (कोठार) की छत भी उड़ गई। पुरोला नौगांव मोटर मार्ग पर एक पेड़ एक छानी पर गिर गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले तीन दिन उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हल्की बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ हल्की बौछार पड़ सकती हैं। इसके साथ ही आगामी तीन और चार मई को पहाड़ों गरज के साथ ओलावृष्टि और मैदानों में अंधड़ को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।