उत्तराखंड

केदारनाथ और यमुनोत्री में हृदयगति रुकने से तीन तीर्थयात्रियों की हुई मौत, अब तक चारों धाम में हो चुकी है 29 श्रद्धालुओं की मौत

केदारनाथ का जटिल भूगोल लगातार श्रद्धालुओं का दम फुला रहा है। गुरुवार को केदारनाथ पहुंचे दो श्रद्धालुओं ने फिर हृदयगति रुकने से दम तोड़ दिया। इसके अलावा यमुनोत्री में भी एक श्रद्धालु की मौत हुई।

अब केदारनाथ में हृदयगति रुकने से मरने वालों संख्या दस और यमुनोत्री में 12 पहुंच गई है। जबकि, चारों धाम में अब तक 29 श्रद्धालु दम तोड़ चुके हैं।

गुरुवार को बड़ौदा (गुजरात) निवासी बैरावदन बोधिधानी गदावी (65) की मौत केदारनाथ बेस कैंप में हुई।

वहीं, उत्तर प्रदेश के हमीरपुर (बुंदेलखंड) निवासी कालका प्रसाद ने लिनचोली के पास दम तोड़ा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीके शुक्ला ने दोनों श्रद्धालुओं की मौत का कारण हृदयगति रुकना बताया।

उधर, यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए बनासकांठा (गुजरात) निवासी प्रकाश चंद्र (58) की जानकीचट्टी वापस लौटते हुए राम मंदिर के पास शाम करीब छह बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई। इससे पहले कि स्वजन प्रकाश को अस्पताल ले जाए, उन्होंने दम तोड़ दिया।

दूसरी ओर, केदारनाथ पैदल मार्ग पर पहाड़ी से लुढ़के पत्थर की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हुए झारसुगुड़ा (ओडिशा) निवासी पंचानन बराई को ऋषिकेश स्थित एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि सोनप्रयाग एयरलिफ्ट किए पंचानन को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। बीते दिनों गौरीकुंड में पैर फिसलने से खाई में गिरने के कारण एक श्रद्धालु की मौत हो चुकी है।

हृदय गति रुकने से मरने वाले श्रद्धालु

धाम——गुरुवार को——कुल मृतक
यमुनोत्री——01———–12
गंगोत्री——–00———–03
केदारनाथ—–02———-10
बदरीनाथ—–00———-04
कोटेश्वर में वाहनों की हुई भिड़ंत, कोई घायल नहीं

श्रीनगर गढ़वाल से लगभग पांच किमी दूर कोटेश्वर में नेशनल हाइवे पर गुरुवार को आगे-पीछे चल रहे 8-10 वाहन अचानक एक-दूसरे से टकरा गए। घटना में कोई घायल नहीं हुआ। कुछ वाहनों की बाडी पर खरोंच आई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।

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