delhi mundka fire 2022 दिल्ली के मुंडका इलाके की चार मंजिला बिल्डिंग में लगी आग ने कई घरों के चिराग बुझा दिए हैं। इस घटना पर सभी ने दुख भी जताया है। इस घटना के साथ एक बार फिर से इमारतों में फायर सेफ्टी को लेकर सवाल भी उठे हैं।मुंडका में स्थित एक चार मंजिला इमारत में लगी आग ने फिर से राजधानी की ऐसी इमारतों पर ध्यान खींचा है जो बड़े हादसों की वजह बन सकती हैं। दिल्ली समेत देश के तमाम राज्यों में हर साल इस तरह के बड़े हादसे होते ही रहते हैं। इसके बावजूद इन पर कुछ समय तक ध्यान देने के बाद बाद में हर चीज सामान्य हो जाती है। दिल्ली की ही बात करें तो यहां पर उपहार कांड रहा हो या फिर दिल्ली के तंग इलाकों में लगी आग रही हो या अन्य, सभी में एक बात सामान्य तौर पर सामने आई है कि वहां पर फायर सेफ्टी के निमयों को ताक पर रखा गया था।
बिल्डिंग की बनावट बड़ा कारण
दिल्ली फायर सर्विस के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर जीसी मिश्रा इस तरह के हादसों के लिए सबसे बड़ा कारण बिल्डिंग की बनावट या उसके डिजाइन को मानते हैं। उन्होंने एक एक्सक्लुसिव बातचीत में बताया कि इस तरह के बिल्डिंग के डिजाइन अपने आप में बड़े हादसे को न्यौता देते हैं। उनके मुताबिक इस तरह की इमारतों में यदि फायर सेफ्टी इक्यूपमेंट्स होंगे भी तब भी बिल्डिंग के डिजाइन ही वजह से हताहतों की संख्या अधिक होने का जोखिम हमेशा बना रहता है।