जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण कम होता जा रहा है, वैसे-वैसे आमजन में टीकाकरण के प्रति भी रुचि कम हो रही है। जहां कभी टीकाकरण केंद्रों पर लंबी कतार लगती थी, अब बहुत कम लोग वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं।
वैक्सीन की खपत एक चुनौती बन गई है। राज्य में वैक्सीन की तकरीबन आठ हजार खुराक 30 जून को एक्सपायर हो जाएगी। ऐसे में अब चिंता वैक्सीन को एक्सपायरी से बचाने की है। कोरोना टीकाकरण के शुरुआती दौर में आमजन को वैक्सीन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था
वहीं, सरकारी मशीनरी भी उस कदर चुस्त नहीं दिख रही जैसा प्रारंभिक चरण में था। टीकाकरण केंद्र घट गए हैं और टीका लगवाने वालों की संख्या भी। राज्य में अभी तक 84 लाख 16 हजार 724 व्यक्तियों को वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी है। जबकि छह लाख चार हजार 33 व्यक्ति एहतियाती खुराक भी लगा चुके हैं।
दून अस्पताल का टीकाकरण केंद्र होगा बंद
दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय का टीकाकरण केंद्र भी बंद होने की कगार पर है। एक वक्त पर अस्पताल में दो जगह टीकाकरण केंद्र संचालित किए जा रहे थे। पहला न्यू ओपीडी ब्लाक में और दूसरा एमएस आवास में, पर कोरोना के मामले कम होने और ओपीडी सेवाएं बहाल होने के बाद से सिर्फ एमएस आवास का केंद्र संचालित किया जा रहा था।
बताया गया कि यहां हास्टल का निर्माण होना है। जिसके लिए पुराना निर्माण तोड़ा जाना है। इसके लिए सामान हटना शुरू हो गया है। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि इस विषय में मुख्य चिकित्साधिकारी को सूचित कर दिया गया है। ओपीडी या पुरानी बिल्डिंग में टीकाकरण केंद्र संचालित करना मुमकिन नहीं होगा।