उत्तराखंड में आज मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मसूरी में दिन की शुरुआत तेज बारिश के साथ हुई। वहीं प्रदेश के अन्य इलाकों में भी हल्की बारिश हो रही है। वहीं, देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, पौड़ी, नैनीताल जैसे जिलों में अगले 24 घंटे में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। भारी बारिश को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने येलो अलर्ट भी जारी किया है।सभी जिलों में जहां ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ भारी बारिश की संभावना है, वहीं कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि 31 जुुलाई तक मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश की संभावना है।
भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए डीएम सोनिका ने आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं। डीएम ने कहा कि यदि आपदा प्रबंधन में लापरवाही बरती गई तो संबंधित विभागों के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। वहीं, गंगोत्री हाईवे सुबह बंदरकोट में मलबा आने से बंद हो गया।
पहाड़ में आफत बनी बारिश
पहाड़ में बारिश आफत बनकर बरस रही है। बारिश से जगह-जगह मार्गों में मलबा आने से 193 मार्ग बंद हो गए हैं। खटीमा में निर्माणाधीन मकान के क्षतिग्रस्त होने से मकान में दो लोग दब गए जबकि अल्मोड़ा जिले के छांतरिया रेंज कार्यालय पर चीड़ का पेड़ गिरने से कार्यालय भवन का 50 प्रतिशत हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। ऊर्जा विभाग के मुताबिक पिथौरागढ़ जिले के हुनेरा गांव में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई है, जिसे सुचारु करने का प्रयास किया जा रहा है। जल संस्थान की ओर से बताया गया है कि अब तक दैवी आपदा से 600 योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। इनमें से 599 योजनाओं में अस्थायी व्यवस्था के तहत पेयजल आपूर्ति सुचारु कर दी गई है। एसडीआरएफ की ओर से बताया गया कि खटीमा में एक निर्माणाधीन मकान के क्षतिग्रस्त होने से दो लोग मलबे में दब गए।
सीसीआर हरिद्वार के पास एक व्यक्ति के पूर्व में डूबे होने की घटना पर एसडीआरएफ की टीम की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। केदारनाथ मार्ग एनएच 107 पर मलबा आ गया था। जिसे हटा दिया गया है। अल्मोड़ा में छांतरिया रेंज कार्यालय पर चीड़ का पेड़ गिर गया है।