जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरीगिरि ने बताया ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर श्याम गिरि का पार्थिव शरीर की आज 11 बजे नगर में शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के बाद उनके शव को कानपुर ले जाया जाएगा, जहां बाबा घाट स्थित समाधि स्थल पर उन्हें भू-समाधि दी जाएगी।
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी श्याम गिरि 75 वर्ष की आयु में रविवार सुबह ब्रह्मलीन हो गए। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका उपचार हिमालयन अस्पताल जौली ग्रांट में चल रहा था। उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली।
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरीगिरि ने बताया ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर श्याम गिरि का पार्थिव शरीर की आज 11 बजे नगर में शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा के बाद उनके शव को कानपुर ले जाया जाएगा, जहां बाबा घाट स्थित समाधि स्थल पर उन्हें भू-समाधि दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि अखाड़े के संत दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद से अंतर राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि, टाटा से श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि, अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि, श्रीमहंत केदारपुरी, महामंडलेश्वर कपिल पुरी हरिद्वार के लिए रवाना हो चुके हैं।
दूसरी ओर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के सचिव श्रीमहंत रवींद्रपुरी ने परिषद की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे उच्च कोटि के विद्वान संत थे। जूना अखाड़े के सचिव श्रीमहंत महेश पुरी ने कहा कि दिवंगत महामंडलेश्वर जूना अखाड़े के संतों में अत्यंत लोकप्रिय थे। उनके निधन से अखाड़े को अपूरणीय क्षति पहुंची है ।