कर्ज में डूबी देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आईडिया (VI) ने शुक्रवार को 1,600 करोड़ रुपये के परिवर्तनीय डिबेंचर एटीसी को जारी करने का फैसला किया, जिसे बाद में 10 रुपये प्रति शेयर में बदला जाएगा।
बता दें, वोडाफोन आईडिया इन दिनों भरी वित्तीय संकट से जूझ रही है। कंपनी पर इंडस टावर का 6,800 करोड़ रुपये और एटीसी का 2,400 करोड़ रुपये का बकाया है।
वोडाफोन आईडिया की ओर से इंडस टावर से जुड़े भुगतान को लेकर कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। इससे पहले इंडस टावर वोडाफोन आईडिया से कह चुका है कि उसके बकाया का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए, अन्यथा नवंबर 2022 के बाद वे कंपनी को दी जाने वाली सेवाएं जारी नहीं रख सकेंगे।
बीते शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक के बाद कंपनी की ओर से एक्सचेंजों को बताया गया कि बोर्ड ने 10 लाख रुपये मूल्य वाले 16,000 परिवर्तनीय, असुरक्षित, बिना रेटिंग वाले और अनलिस्टेड डिबेंचर जारी करने का फैसला किया है और ये डिबेंचर एटीसी टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को जारी किए जाएंगे।
इसके साथ ही कंपनी की ओर से बताया गया कि 21 नवंबर 2022 को एक्स्ट्राआर्डिनरी जनरल मीटिंग बुलाने का फैसला किया है, जिसमें इसके लिए मंजूरी ली जाएगी।
जियो के बाजार में आने के बाद सबसे अधिक नुकसान वोडाफोन आईडिया जैसी कंपनी को हुआ है। पिछले छह वित्त वर्ष से कंपनी घाटे में चल रही है। वित्त 2021-22 में कंपनी को 28,245 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।