दीपावली पर हुई बेतहाशा आतिशबाजी से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ चुका है। पटाखों से राजधानी दून के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, हल्द्वानी व रुद्रपुर को पछाड़ते हुए काशीपुर सबसे प्रदूषित शहर बना। काशीपुर, रुद्रपुर व देहरादून जैसे शहर प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंचे। हालकि सभी शहरों में पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट दर्ज की गई है।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक काशीपुर का दीपावली के दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 249 तक पहुंच चुका है जो एक दिन पहले तक 124 पर दर्ज किया गया था। वहीं रुद्रपुर की बात करें तो उसका एंडेक्स 240 तक दर्ज किया गया। धर्मनगरी हरिद्वार में हुई आतिशबाजी से एक्यूआई 227 दर्ज किया गया। हल्द्वानी की बात करें तो दीपावली के पटाखों के धुएं ने एयर इंडेक्स 118 से 227 तक पहुंच गया।
उत्तराखंड में माना जाता है कि सबसे स्वच्छ वातावरण है लेकिन जिस प्रकार से आतिशबाजी के बाद प्रदूषण लेबल बढ़ा है वह सभी के लिए चिंता का विषय हो गया है। दिवाली की रात में आतिशबाजी में निकले धुएं से उत्तराखंड के छह शहरों की आबोहवा खराब हो गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से कराए गई थर्ड पार्टी निगरानी में छह शहरों की एक्यूआई 200 से ऊपर मिला है, जो खराब स्तर दर्ज किया जाता है।
प्रदूषण का स्तर बढ़ने से सांस के मरीजों को परेशानी हुई। पीसीबी के क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि काशीपुर में दीपावली के बाद पिछले साल यह आकड़ा 267 तक पहुंच गया था। जबकि उसके पिछले साल खतरे के निशान से ऊपर 314 दर्ज किया गया था। एयर क्वालिटी इंडेक्स निकालने के लिए पीएम-10, पीएम 2.5, एसओटू, एनओएक्स पैरामीटर पर वायु की गुणवत्ता की निगरानी की गई। काशीपुर में वायु की गुणवत्ता (एक्यूआई) का स्तर सबसे ज्यादा 249, उसके बाद देहरादून में 247, रुप्रदपुर में 240 दर्ज किया गया। ऋषिकेश में 236, हल्द्वानी में 227 और हरिद्वार में 223 एक्यूआई दर्ज किया गया।