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पूजा करते समय भाई-बहन को किस दिशा में बैठना चाहिए?

उत्‍तराखंड में गुरुवार को भैया दूज पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। कहीं-कहीं बुधवार को दोपहर बाद भी भाई दूज का त्‍योहार मनाया गया। बहनें भाइयों के माथे पर टीका लगाकर उनकी सफलता व लंबी आयु की कामना कर रही हैं।

भाई भी बहनों की खुशहाली की कामना करते हुए उपहार भेंट कर रहे हैं। इस दौरान भाई और बहनों के मन के एक प्रश्‍न उठ रहा है कि किस दिशा में बैठकर भाई दूज का त्‍योहार मनाना चाहिए।

बहनों में इस बात के लेकर काफी असमंजस की स्थिति है कि किस दिशा में बैठकर भाई को तिलक लगाएं। आइए जानते हैं ज्‍योतिषाचार्य इस बारे में क्‍या कहते हैं।

आचार्य डॉक्‍टर सुशांत राज के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि जो भी भाई इस दिन अपनी बहन से तिलक करवाता है, उसकी आयु लंबी होती है और वह नरक में प्रवेश नहीं करता है।

  • भाई दूज की थाली में तिलक के लिए बहनें सिंदूर के साथ सैंडल और सुपारी का प्रयोग करें।
  • माथे पर टीका या तिलक लगाकर भाई को काले चने, पान या सुपारी दें।
  • आप अपने भाई को एक नारियल भी दे सकते हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से नारियल देना भाग्यशाली माना जाता है।
  • घर में दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके तेल का दीपक जलाएं।
  • तिलक लगाते समय भाइयों के लिए उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा अधिक अनुकूल मानी जाती है। इसलिए तिलक करते समय बहन का मुंह पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए।

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