सीबीएसई बोर्ड, परिवहन विभाग के नियमों के विपरीत संचालित हो रही स्कूल बसों और वैन के खिलाफ दो दिवसीय विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश, विकासनगर, उत्तरकाशी और टिहरी में 215 बसों व वैन का चालान किया गया। साथ ही 31 गाड़ियों को सीज किया गया।
आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी की अगुवाई में चलाए गए इस दो दिवसीय अभियान के दौरान परिवहन विभाग के अधिकारियों को कई बसों में फर्स्ट एड बॉक्स और अग्निशमन उपकरण तक नहीं मिले। बता दें कि परिवहन विभाग के अफसरों को इस बात की शिकायत लंबे समय से मिल रही थी कि स्कूली बसों, वैन संचालकों द्वारा छात्रों की सुरक्षा को दरकिनार कर वाहनों का संचालन किया जा रहा है। अभियान के दौरान कई स्कूल बसें और वैन ऐसे पाए गए जिनकी फिटनेस जांच तक नहीं थी। इसके अलावा कई चालक ऐसे थे, जिनके पास लाइसेंस तक नहीं था।
आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने जांच के दौरान पाया कि कई स्कूल बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को ढोया जा रहा है। इस पर उन्होंने चालक समेत बस संचालक को भी फटकार लगाई। साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में निर्धारित क्षमता से अधिक बच्चे पाए गए तो गाड़ियों को सीज किया जाएगा।
बच्चे बोले, वाहनों को चलाया जाता है बेतरतीब
जांच अभियान के दौरान आरटीओ शैलेश तिवारी के साथ ही विभागीय अधिकारियों ने स्कूली बसों और वैन में सफर कर रहे बच्चों से चालकों के व्यवहार के साथ ही इस बात की जानकारी ली कि कहीं वे गाड़ी निर्धारित गति से अधिक तेज तो नहीं चला रहे हैं। कई छात्रों ने शिकायत दर्ज कराई कि बसों को बेतरतीब चलाया जाता है। इतना ही नहीं छात्रों ने अधिकारियों से अनुरोध किया कि वह इस तरह के अभियान समय-समय पर चलाते रहें।