खुद को आर्मी अफसर बताकर शादी रचाने जा रहे दूल्हे की सात फेरों से ऐन पहले पोल खुल गई। ढाई साल तक डेंटिस्ट दुल्हन को भी उसकी असलियत पता नहीं चली। उसे यह भी पता नहीं चल पाया कि वह पहले से शादीशुदा है। मंडप में हंगामा होने पर सैन्य अधिकारियों को बुलाया गया। उन्होंने युवक के सेना में नहीं होने की तस्दीक की। बाद में मामला पुलिस के पास चला गया।
ढाई साल पहले रोहित राणा निवासी मोहकमपुर की एक डेंटिस्ट युवती से पहचान हुई थी। रोहित ने खुद को सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बताया था। दोनों की यह पहचान दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई। उनके परिजन भी बातचीत करने लगे। बात शादी तक पहुंच गई। बृहस्पतिवार को तय समय पर दोनों परिवार घंटाघर के पास एक होटल में शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे। बैंडबाजा बजा, डीजे पर बरातियों ने डांस भी किया। खाना-पीना सब हो गया। फेरों के लिए वेदी भी सज गई थी। इस बीच लड़की पक्ष के किसी रिश्तेदार के पास दूल्हा खड़ा हो गया। रिश्तेदार ने उसके कामकाज के बारे में पूछा तो उसने खुद को सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बताया। रिश्तेदार की सेना में पहचान थी।
उन्होंने कुछ लोगों को फोन लगाया लेकिन रोहित राणा नाम के किसी लेफ्टिनेंट कर्नल के बारे में जानकारी नहीं मिली। कुछ देर बाद वहां पर सैन्य अफसर भी पहुंच गए। रोहित से उन्होंने पूछताछ की तो वह सकपका गया। ऐसे में वहां हंगामा शुरू हो गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। रोहित से पूछताछ हुई तो पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है। उसकी पत्नी सेना के आर्मी मेडिकल कोर में मेजर है। दोनों पक्षों में मारपीट की नौबत भी आ गई, लेकिन पुलिस ने शांत कराया। दोनों पक्ष रात में तो घर चले गए। लेकिन, शुक्रवार सुबह फिर कोतवाली पहुंच गए। इंस्पेक्टर कोतवाली विद्याभूषण नेगी ने बताया कि रोहित राणा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।