पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के कार्यकर्ताओं और कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाद में उन्हें पुलिस लाइन ले जाकर छोड़ा गया। उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत के आह्वान पर रविवार को परेड ग्राउंड में कर्मचारी एकजुट हुए। यहां से वह एश्ले हॉल, राजपुर रोड, दिलाराम बाजार होते हुए सीएम आवास की ओर नारे लगाते हुए आगे बढ़े। दिलाराम बाजार से कुछ दूरी पर तैनात पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। इस दौरान कर्मियों की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया और रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन ले गई।
बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। करीब एक घंटे तक कर्मचारी यहां जूझते रहे। वह लगातार वार्ता के लिए मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग कर रहे थे। इस मौके पर मुकेश प्रसाद बहुगुणा, डॉ. डीसी पसबोला, सीताराम पोखरियाल, विक्रम रावत, एके यादव, बबीता रानी, केके मिश्रा, अवधेश सेमवाल, रणबीर सिंधवाल, नरेश भट्ट, अवंतिका पोखरियाल सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल रहे।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा कि यह दुखद है कि उनकी मांग को सुने बिना सीधे हिरासत में लिया गया। सरकार को यह भारी पड़ेगा। चेतावनी दी कि जल्द ही पुरानी पेंशन बहाल न की तो वह सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।