
पड़ोसी देश नेपाल के गोत्री बजूरा में मंगलवार को दोपहर ढाई बजे आए भूकंप के झटके राजधानी दून के साथ ही मैदान से लेकर पहाड़ तक महसूस किए गए। हालांकि, भूकंप की तीव्रता नेपाल में रिक्टर स्केल पर जहां 5.4 रही। वहीं, राजधानी के साथ ही मैदान से लेकर पहाड़ तक भूकंप का असर थोड़ा कम रहा
वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के पूर्व वरिष्ठ भूकंप वैज्ञानिक डॉ. सुशील रुहेला ने बताया कि भू-गर्भ में इंडियन प्लेट यूरेशियन प्लेट की ओर चार से पांच सेंटीमीटर हर साल खिसक रही है। जिसके चलते भूगर्भ में लगातार हलचल होने के साथ ही बड़े पैमाने पर उर्जा निकल रही है। इसी भूगर्भीय हलचल के चलते समय-समय पर हिमालयन क्षेत्रों में भूकंप आ रहे हैं।
बता दें कि देश भूकंप के लिहाज से कितना संवेदनशील है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 2022 में पूरे देश में 948 भूकंप आए। जिनमें से 240 भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता इतनी थी कि धरती हिल गई थी