
दिल्ली, हरियाणा, कोलकत्ता, मुंबई, महाराष्ट्र आदि प्रांतों के पर्यटक और सैलानी गंगा में राफ्टिंग के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई है। राफ्टिंग संचालक जीतपाल, भगवान सिंह, राजकुमार, वैभव पयाल ने बताया कि उनके पास अभी तक चार हजार पर्यटकों ने ऑनलाइन बुकिंग कराई है।
गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग का संचालन शुरू होने जा रहा है। तकनीकी समिति के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को मरीन ड्राइव से लेकर मुनिकीरेती तक गंगा में ट्रायल किया। पांच क्याक और एक राफ्ट की मदद से गंगा की लहरों और जलस्तर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान टीम ने गंगा में राफ्टिंग के संचालन की संस्तुति दे दी है। समिति ने इसकी रिपोर्ट उत्तराखंड पर्यटन विभाग को सौंप दी है। विभाग 10 सितंबर को गंगा में राफ्टिंग के संचालन को हरी झंडी दे सकता है।
बृहस्पतिवार को पर्यटन, सिंचाई, आईटीबीपी, वन विभाग और राफ्टिंग के सदस्यों की संयुक्त टीम ने करीब 25 किमी तक गंगा में रिवर राफ्टिंग कर रैकी की। तकनीकी समिति के सदस्य जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी ने बताया कि पांच क्याक और एक राफ्ट की मदद से टीम सदस्यों को गंगा का जलस्तर सामान्य दिखा है। उन्होंने उच्चाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट सौंप दी है।
गौरतलब है कि बरसात के मौसम के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ जाता है। इस कारण 30 जून से लेकर 31 अगस्त तक गंगा में राफ्टिंग के संचालन पर रोक लग जाती है। एक सितंबर से फिर गंगा में राफ्टिंग का संचालन शुरू होता है। इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही तेज बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इस वजह से गंगा में रिवर राफ्टिंग के संचालन पर रोक लगी हुई है। टीम में विकास भंडारी, बलवीर पंवार, अमित रावत, दीपक नेगी, अरविंद भारद्वाज, विकास भंडारी शामिल थे।