उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है हालांकि उसके हत्या के सभी आरोपी सलाखों के पीछे हैं लेकिन अंकिता के परिजन और प्रदेश की जनता इस मामले में जांच से नाखुश है.इसी के चलते संयुक्त महिला संगठन और महिला आंदोलनकारियों ने प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए।
साथ ही एक जांच रिपोर्ट भी पेश की जिसमे अंकिता और उसके दोस्त की चैट है. संगठन सदस्य मलिका विर्दी ने कहा कि पर्यटन विभाग को ऐसे रिजॉर्टो का रजिस्ट्रेशन करने से पहले पूरी जांच करनी चाहिए और खामियां पाने पर ऐसे रिजॉर्टो का रजिस्ट्रेशन रद्द करना चाहिए. इसी के साथ उत्तराखंड की बेटियों को पूरी सुरक्षा देनी चाहिए जो गांव से शहरों में कमाने आती है. इसी के साथ महिलाओं ने भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड में हुए बड़े अपराधों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता रही है. रिजॉर्ट में तैनात पुलिस पर भी संयुक्त महिला संगठन ने गंभीर आरोप लगाए हैं.इसी के चलते सरकार सीबीआई जांच से डर रही है लेकिन अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में महिलाओं ने सीबीआई जांच की मांग की है ताकि अंकिता को न्याय मिल सके।
रिपोर्ट – विनय सूद