कोविड महामारी के तीन साल बाद उत्तराखंड कोरोना मुक्त हुआ है। वर्तमान में एक भी सक्रिय मामला नहीं है। पिछले एक सप्ताह से प्रदेश में कोरोना का कोई नया संक्रमित नहीं मिला है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संक्रमण को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों के सैंपलों की जांच हो रही है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 15 मार्च 2020 को मिला था। इसके बाद से प्रदेश में संक्रमण का प्रसार लगातार बढ़ता गया। कोविड महामारी के इन तीन सालों में पहली बार राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या शून्य हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर अधिकारियों को विशेष सावधानी और सतर्कता बरतने के लिए सरकार की ओर से दिशा-निर्देश दिए गए थे। इसका नतीजा है कि प्रदेश में एक सप्ताह से कोरोना का नया संक्रमित नहीं मिला है। अब एक भी सक्रिय मामला नहीं है। वहीं अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में कोरोना सैंपलों की जांच लगातार की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2023 के अब तक राज्य में कोविड संक्रमण के मात्र 78 मामले सामने आए। विभागीय सक्रियता व लोगों की जागरूकता के चलते तीन साल बाद प्रदेश भर में सक्रिय मामले शून्य हुए हैं। प्रदेश में भले ही कोरोना के सक्रिय मामले नहीं हैं, इसके बावजूद कोरोना को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशों का पालन जरूरी है। संक्रमण की रोकथाम के लिए अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में कोरोना की जांच जारी रहेगी।