
चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों को कोई समस्या न हो, इसके लिए परिवहन विभाग ने 1600 बसों का बेड़ा तैयार कर लिया है। यह बसें नौ रोटेशन कंपनियों के जरिये संचालित की जाएंगी। वहीं, कुमाऊं और हरिद्वार से भी बड़ी संख्या में बसों का संचालन किया जाएगा। जरुरत पड़ने पर परिवहन निगम की बसों को भी मंगाया जाएगा। पिछली बार करीब 1300 बसों का प्रयोग किया गया था।
चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होनी है। इसके लिए सभी विभागों ने कमर कस ली है। परिवहन विभाग ने भी चारधाम यात्रा को संपन्न कराने के लिए अपनी तैयारियों को पूरा कर लिया है। आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि यात्रा में वाहनों की कमी नहीं रहेगी। नौ रोटेशन कंपनियों से बातचीत के आधार पर बसों की आवश्यकता और उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
1600 बसों का इंतजाम किया गया है, इसमें से 800 बसें स्टेज कैरिज की होंगी। जबकि, कॉन्ट्रैक्ट कैरिज की 550 बसों को चारधाम यात्रा में प्रयोग किया जाएगा। स्टेज कैरिज की करीब 50 बसें कुमाऊं से यात्रा में संचालित की जाएंगी। हरिद्वार से भी कॉन्ट्रैक्ट कैरिज की 200 से अधिक बसों का इंतजाम किया गया है। इसके अलावा रोडवेज की करीब 125 बसें अतिरिक्त रहेंगी। इन्हें जरुरत पड़ने पर प्रयोग किया जाएगा।
व्यावसायिक और स्कूल बसों की सूची भी की तैयार
वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में परिवहन विभाग ने व्यावसायिक वाहनों और स्कूल बसों की सूची भी तैयार कर ली है। वाहनों की कमी पड़ी तो छोटे व्हील बेस वाले वाहनों का भी प्रयोग किया जाएगा। सभी मार्गों पर संचालित कुल वाहनों में से 40 प्रतिशत का ही चारधाम यात्रा में प्रयोग किया जाएगा।