ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन 125 किलोमीटर लंबी है। इसमें कुल 12 रेलवे स्टेशन हैं। रेल लाइन में 17 मुख्य टनल का निर्माण किया जाना है, जिसमें से आठ टनल का काम पूरा हो चुका है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण का 37 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। सरकार ने दिसंबर 2024 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। रेल मंत्रालय ने सोमवार को सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से कनेक्टिंग देवभूमि टैग के साथ इस प्रोजेक्ट की ताजा अपडेट्स जारी की है।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन 125 किलोमीटर लंबी है। इसमें कुल 12 रेलवे स्टेशन हैं। रेल लाइन में 17 मुख्य टनल का निर्माण किया जाना है, जिसमें से आठ टनल का काम पूरा हो चुका है। रेल मंत्रालय की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, इसमें 95 किलोमीटर हिस्सा टनल में होगा।
इसके तहत तीन रेल पुल, तीन सड़क पुल और 15 छोटे पुल बनाने का काम पूरा हो चुका है। सरकार का लक्ष्य है कि दिसंबर 2024 तक इस रेल लाइन से ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच रेल संचालन शुरू हो जाएगा। मंत्रालय का दावा है कि इस परियोजना में अत्याधुनिक तकनीकों व मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है और सुरक्षा मानकों का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है।