हेमंत निवासी लेन 1 क्लेमेंट टाउन द्वारा लिखित सूचना दी गई कि मेरे भाई सिद्धार्थ उर्फ सिद्धू को लगभग 20- 25 दिन पहले आराध्य फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र चंद्रबनी में भर्ती कराया गया था, जिसको नशा मुक्ति केंद्र के संचालक प्रशांत जुयाल, अजय शर्मा ,मनीष कुमार, एवं मोहन थापा द्वारा बेरहमी से पीटकर हत्या कर आज सुबह लगभग 7:00 बजे सिद्धार्थ के मृत शरीर को कपड़े में लपेटकर हमारे घर के बाहर छोड़कर भाग गए, जिसके आधार पर तत्काल थाना क्लेमेंट टाउन पर हत्या एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निवारण अधिनियम अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया एवं विवेचना क्षेत्राधिकारी सदर पंकज गैरोला के सुपुर्द हुई, जिनके द्वारा तत्काल विवेचना ग्रहण कर घटना स्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य संकलन किया गया, जिसमें पाया गया कि नशा केंद्र संचालक प्रशांत जुयाल एवं अजय शर्मा के द्वारा दिनांक 10/04/23 की रात में सिद्धार्थ के साथ काफी मारपीट की गई थी, जिस कारण अगले दिन सुबह तक सिद्धार्थ की मृत्यु हो चुकी थी, फिर प्रशांत के कहने पर अजय एवं मनीष कुमार एवं मोहन थापा के द्वारा प्रशांत की गाड़ी स्विफ्ट कार से मृतक सिद्धार्थ के शव को सिद्धार्थ के घर के बाहर क्लेमेंट टाउन में छोड़ा गया था।
विवेचना में आरोपों की पुष्टि होने पर अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर एवं संबंधित विवेचक क्षेत्राधिकारी सदर को निर्देशित किया गया, जिस पर तत्काल क्षेत्राधिकारी सदर के निर्देशन में थानाध्यक्ष क्लेमेंट टाउन को अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु आदेशित किया गया, जिस पर दिनांक 14/04/23 की रात्रि में उक्त चारों अभियुक्तों को दौराने चेकिंग दूधली चैक पोस्ट पर मय कार स्विफ्ट के गिरफ्तार किया गया तथा उक्त वाहन से घटना में प्रयुक्त बेसबॉल का डंडा भी बरामद किया गया तथा घटना के मुख्य अभियुक्त प्रशांत की निशानदेही पर संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए।
रिपोर्ट – विनय सूद