चारधाम यात्रा में इस बार सभी के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। अभी तक ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है, लेकिन पैदल यात्रा करने वाले वाले सांधु संतों का ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा में पैदल जाने वाले साधु संतों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू हो गई है। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण कराने की सुविधा है। बिना पंजीकरण के आने वाले तीर्थयात्री भी ऑफलाइन काउंटर पर पंजीकरण करा सकेंगे।
22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए साधु संत पैदल यात्रा करते हैं। ऐसे में उन्हें धामों में कई दिन लग जाते हैं। पर्यटन विभाग ने पैदल यात्रा करने वाले साधुओं के लिए ऑफलाइन पंजीकरण शुरू कर दिया है।
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि चारधाम यात्रा में इस बार सभी के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। अभी तक ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है, लेकिन पैदल यात्रा करने वाले वाले सांधु संतों का ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। इस बार हरिद्वार व ऋषिकेश में ही पंजीकरण के लिए ऑफलाइन काउंटर खुलेंगे। इसके अलावा चारों धामों के यात्रा मार्गों पर पंजीकरण की सुविधा नहीं होगी। चारधाम यात्रा के लिए अब तक लगभग 15 लाख यात्री पंजीकरण हो चुके हैं।