आंध्र प्रदेश के जनपद अनंतपुर निवासी युवक अशोक सात साल पहले बदरीनाथ की यात्रा पर आया था। तब लोगों के कहने पर वह केदारनाथ भी गया। यहां उसे इतना अच्छा लगा कि लौटते समय उसने अपनी दादी को चारधाम यात्रा कराने का प्रण लिया। सात साल तक पैसे इकट्ठा करता रहा। इस साल वह अपनी दादी को लेकर यात्रा के लिए पहुंचा है।
अनंतपुर निवासी युवा अशोक कुुमार (24) ने बताया कि वह अनंत पुर में एक ढाबे में नौकरी करता है। वर्ष 2016 में बदरीनाथ की यात्रा पर आया था। तब वह अनंतपुर से बदरीनाथ तक रास्ते भर लोगों से वाहनों में लिफ्ट मांगकर पहुंचा था।
यहां पहुंचने पर लोगों ने उसे केदारनाथ यात्रा की सलाह दी, जिस पर वह केदारनाथ भी गया। अशोक ने बताया बदरीनाथ व केदारनाथ की यात्रा के दौरान उसे बहुत सकून का अनुभव हुआ। लौटते समय उसने मन में ही ठान ली थी कि अब चारों धामों की यात्रा पर अपनी दादी को भी लाऊंगा।
अशोक ने बताया कि उसने दादी को तीर्थयात्रा कराने का प्रण कर तो लिया पर उन्हें लिफ्ट मांगकर नहीं ला सकता था। इसके लिए उसने सात साल तक पैसे जमा किए और इस बार अपनी दादी को बस से लाकर ऋषिकेश पहुंच गया है। अशोक ने बताया कि उसने तीनों धामों के लिए पंजीकरण भी करा लिया है। बाबा केदारनाथ का बुलावा आया तो दादी को लेकर केदारनाथ भी जाएगा। अशोक की 80 वर्षीय दादी भी चारधाम की यात्रा को लेकर काफी खुश हैं। वह पहली बार चारधाम यात्रा पर आई हैं।