पेपर लीक के सदमे से बाहर निकलकर पांच दिन के भीतर सचिवालय रक्षक पुर्नपरीक्षा का परिणाम जारी करने वाले उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) ने दोबारा समूह-ग भर्तियों की जिम्मेदारी मांगी है। इसके लिए आयोग के अध्यक्ष ने शासन को पत्र भेज दिया है। जुलाई से आयोग को दोबारा जिम्मेदारी मिल सकती है।
दरअसल, पिछले साल यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय, वन दरोगा, सचिवालय रक्षक समेत कई भर्तियों के पेपर लीक हो गए थे। पेपर लीक प्रकरण की वजह से आयोग की कार्यप्रणाली लगभग ठप हो गई थी। सरकार ने भर्तियों की रफ्तार बनाने के लिए सितंबर में समूह-ग की 23 भर्तियों की जिम्मेदारी यूकेएसएसएससी से लेकर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंप दी थी।
इसके लिए शासन ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (कृत्यों का परिसीमन)(संशोधन) विनियम 2022 जारी किया था। राज्य लोक सेवा आयोग ने इसके तहत पुलिस कांस्टेबल, पटवारी-लेखपाल, फॉरेस्ट गार्ड, सहायक लेखाकार, बंदीरक्षक, कनिष्ठ सहायक की भर्तियां निकाल भी दीं हैं। इस बीच आयोग में नए अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया और सचिव एसएस रावत के आने के बाद बड़े पैमाने पर बदलाव किए गए।
आयोग में परीक्षा नियंत्रक भी नए तैनात किए गए। पूरी टीम बदली गई। कई अटकी हुई भर्तियों के रिजल्ट जारी करने और अभिलेख सत्यापन के बाद आयोग ने तीन रद्द हुई परीक्षाओं के दोबारा आयोजन का कैलेंडर जारी किया। इस कैलेंडर के हिसाब से 21 मई को सचिवालय रक्षक परीक्षा कराई और 26 मई को इसका परिणाम भी जारी कर दिया।