सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा। मौके पर पहुंचे ग्रामीण अस्पताल की कमियां गिनाने लगे। इस दौरान ग्रामीणों की सीएमओ से नोकझोंक हो गई। ग्रामीणों ने अस्पताल की अव्यवस्थाओं से संबंधित एक ज्ञापन भी सीएमओ को दिया और समस्याएं दूर नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय जैन ने शुक्रवार को साहिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की ओपीडी से लेकर दवाइयों के स्टॉक, प्रसूति कक्ष, एक्स रे कक्ष, आइसोलेशन वार्ड समेत सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं व अन्य तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
सीएमओ के निरीक्षण पर आने की सूचना मिलने पर कुछ ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सीएमओ से कहा कि अस्पताल क्षेत्र के 200 से अधिक गांवों के निवासियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है, लेकिन विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं होने की बात कहकर अस्पताल के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया। ग्रामीणों के आरोप से सीएमओ नाराज हो गए और उनके बीच हल्की नोकझोंक हो गई। ग्रामीणों ने अपनी मांग से संबंधित एक ज्ञापन सौंपकर सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की।
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया तो वह आंदोलन करेंगे। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विक्रम सिंह तोमर, डाॅ. ममता नेगी, भीम दत्त वर्मा, सुरेंद्र सिंह चौहान, पूर्व प्रधान सतपाल राय, शांति सिंह पंवार, आजाद सिंह पंवार आदि मौजूद रहे।