
यातायात पुलिस देहरादून का नए साल का निर्धार
Honk free देहरादून – वाहनों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को रोकने हेतु एक प्रयास
ध्वनि प्रदूषण वो प्रदूषण है जो पर्यावरण में अवांछित ध्वनि के कारण उत्पन्न होता है। यह स्वास्थ्य के लिये बहुत बड़ा जोखिम और बातचीत के समय समस्या का कारण बनता है। उच्च स्तर का ध्वनि प्रदूषण बहुत से मनुष्यों के व्यवहार में चिडचिड़पन लाता है विशेषरुप से रोगियों, वृद्धों और गर्भवति महिलाओं के व्यवहार में। उक्त संबंध में आवश्यक कार्यवाही तथा इनकी रोकथाम हेतु *श्री अक्षय कोंडे, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून* द्वारा नए साल का संकल्प लिया है कि देहरादून को नो होंक जोन किया जाएगा ।






इस अभियान के तहत निम्न कार्य किए जाएंगे-
- मेडिकल एसोसिएशन, मुख्यत E&T डॉक्टर के साथ पार्टनरशिप
- अन्य सरकारी विभाग जैसे Pollution Control Board, RTO etc के साथ भागीदारी
- मोडिफाइड साइलेंसर पर और प्रभावी कार्यवाही करते हुए IPC के तहत मुकदमें
- यदि शहर क्षेत्र अंतर्गत कोई भी वाहन चालक अनावश्यक हॉर्न बजाते हुए वाहन संचालित किया जाना पाया जाता है तो उसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही
- स्मार्ट ट्राफिक सिग्नल टाइमर की तकनीक को लाया जाएगा जिसके तहत चौराहे पर जिस दिशा से ज्यादा हॉर्न बजाये जाएंगे उस दिशा के वाहनों को ज्यादा समय रेड लाइट होगी
- नो हॉर्न के सम्बंध में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शिक्षा और प्रचार प्रसार किया जाएगा
ट्राफिक पुलिस हर रोज़ की लढाई यातायात संचालन में ही चलती हे। इसी में कुछ लंबे समय के टार्गेट रखना और एक योजनाबद्ध तरीके से उसे पूरा करना जरूरी हे- एसपी ट्राफिक अक्षय कोंडे। इनके द्वारा यह भी अपील की जा रही हे सभी वाहन चालकों से अनुरोध है कि आवश्यकता पड़ने पर ही वाहन में हॉर्न का प्रयोग करें,अनावश्यक हॉर्न का प्रयोग कर किसी को परेशानी में ना डालें ।