हेमवंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर की ओर से देहरादून के चार बड़े कॉलेज समेत गढ़वाल और हरिद्वार के नौ कॉलेजों की संबद्धता खत्म कर दी गई है। ऐसे में हाल ही में 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास कर चुके छात्रों की चिंता बढ़ गई है।
उत्तराखंड विद्यालय शिक्षा परिषद, रामनगर की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 10450 छात्र-छात्राएं पास हुए थे। जबकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 73127 छात्र पास हुए थे। वहीं उधर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की 12वीं का परिणाम भी लगभग 100 फीसदी रहा था। इनमें से अधिकतर छात्र देहरादून के चार बड़े कॉलेज डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर, एमकेपी, एमपीजी कॉलेज मूसरी में प्रवेश लेना चाहते थे। लेकिन, इन सभी कॉलेजों की संबद्धता खत्म होने के बाद छात्रों को कॉलेजों का चयन करने में परेशानी हो रही है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में पास हुए राजपुर निवासी राहुल नेगी ने कहा, उनकी पहली पसंद डीएवी कॉलेज था। लेकिन, अब समझ नहीं आ रहा है कि कौन से कॉलेज में प्रवेश लिया जाए। ऐसा ही हाल बथरीबाग निवासी अंजू का भी है। अंजू ने उत्तराखंड बोर्ड से 12वीं पास की है। वह एमकेपी से स्नातक की पढ़ाई करना चाहती हैं, लेकिन अब कहां दाखिला लें यह सोचकर परेशान हैं।
देहरादून। डीएवी (पीजी) कॉलेज के छात्रों ने सोमवार को गढ़वाल विवि के कुलसचिव का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। छात्रों ने कहा, कुलपति सिर्फ उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं के भविष्य के खिलवाड़ कर रहे हैं। छात्र नेता आकिब अहमद ने कहा, विवि की ओर से लिया गया फैसला छात्रों के साथ धोखा करने जैसा है। हाईकोर्ट ने साल 2014 में केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने से पहले ही साफ कर दिया था, विवि के पास किसी भी महाविद्यालय को संबद्धता देने या संबद्धता खत्म करने काअधिकार नहीं है। छात्रों ने चेतावनी दी कि जल्द विवि की ओर से यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो बड़ा आंदोलन करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में शोएब अहमद, आशीष रावत, आदर्श वर्मा, सुमित, मयंक रावत आदि मौजूद रहे।