जी-20 सम्मेलन के लिए आए विदेशी मेहमान बुधवार को राजाजी टाइगर रिजर्व अंतर्गत गौहरी रेंज के चौरासी कुटिया (बीटल्स आश्रम) का दीदार करने पहुंचे। विदेशी मेहमानों ने अचानक बीटल्स आश्रम के भ्रमण की इच्छा जताई।
जिसके बाद अधिकारियों ने आनन-फानन में परमार्थ निकेतन आश्रम के सहयोग से चौरासी कुटिया में मेहमानों के स्वागत की तैयारी की। हालांकि बीटल्स आश्रम को देखकर डेलीगेट्स काफी खुश हुए। उन्होंने यहां कुटिया में योग भी किया। इसके बाद उन्होंने गंगा आरती में भाग लिया।
चौरासी कुटिया में परमार्थ निकेतन के आचार्यों व ऋषिकुमारों ने शंख ध्वनि और पुष्पवर्षा के बीच तिलक लगाकर मेहमानों का स्वागत किया। इसके बाद योगाचार्य गंगा नंदिनी त्रिपाठी ने सभी को योगाभ्यास कराया। काफी देर तक डेलीगेट्स आश्रम में रहे और यहां ध्यान भी लगाया।
इस दौरान सभी डेलीगेट्स ने भौतिक योजना पर चर्चा की। जिसमें बुनियादी ढांचे को एक परिसंपत्ति वर्ग के रूप में विकसित करने, गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे के निवेश को बढ़ावा देने और इसके लिए वित्तीय संसाधन जुटाने आदि पर चर्चा हुई।
इसके अलावा भावी शहरों के समावेशी, टिकाऊ और लचीले विकास पर भी चर्चा हुई। औपचारिक चर्चाओं के बाद प्रतिनिधियों ने ऋषिकेश की समृद्ध संस्कृति, सौंदर्य और मनोरम प्राकृतिक परिदृश्यों का आनंद लिया। इसके बाद सभी त्रिवेणी घाट के लिए रवाना हुए।
गंगा आरती में शामिल होकर विदेशी मेहमान आध्यात्म, संस्कृति और आतिथ्य में लीन हो गए। सभी मेहमानों मां गंगा की आरती कर गंगाजल का आचमन किया। वहीं आरती के उस खूबसूरत पल की वीडियो और तस्वीरें भी लीं।
बुधवार शाम करीब 6:30 बजे डेलीगेट्स का काफिला त्रिवेणी घाट पहुंचा। यहां सभी का फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया गया। मेहमानों को तिलक कर हाथों में कलावा भी बांधा गया।
बुधवार शाम करीब 6:30 बजे डेलीगेट्स का काफिला त्रिवेणी घाट पहुंचा। यहां सभी का फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया गया। मेहमानों को तिलक कर हाथों में कलावा भी बांधा गया।