बरसात के मौसम में अमलावा नदी किसी भी समय रौद्र रूप धारण कर सकती है। ऐसे में उसके किनारे पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय इंटर काॅलेज और राजकीय प्राथमिक विद्यालय के भवनों को नदी के तेज बहाव से खतरा है। बरसात से पहले बाढ़ सुरक्षा के कार्यों को पूरा करने के बजाए सिंचाई विभाग अब एस्टीमेट बनाकर बजट आवंटन के लिए शासन को भेजा है।
अमलावा नदी में बरसात के दिनों में आने वाला तेज बहाव का पानी हर साल आसपास के क्षेत्रों में तबाही मचाता है। पिछले साल भी नदी में आए उफान से आसपास के भवनों को काफी नुकसान पहुंचा था। सिंचाई विभाग की लापरवाही के चलते इस बार बरसात के मौसम से पहले नदी के किनारे पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजकीय इंटर काॅलेज और प्राथमिक विद्यालय साहिया पाटन के भवन की दीवार को ठीक नहीं कराया गया। जिसके चलते भवनों पर खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीण अर्जुन सिंह राठौर, रणवीर राय, अनिल तोमर, दौलत भारती, मातबर सिंह, बलबीर का कहना है कि सिंचाई विभाग क्षेत्र में किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। विभाग को बरसात से पहले ही इस प्रकार के सुरक्षा संबंधी कार्यों को करा लेना चाहिए था, लेकिन वह अभी शासन को बजट के लिए जरूरी एस्टीमेट बनाकर भेज रहा है। एक लंबी प्रक्रिया के बाद बजट का आवंटन होता है। बरसात में किसी भी दिन अमलावा नदी क्षेत्र में तबाही ला सकती है।
बयान…
बाढ़ सुरक्षा के लिए तीन करोड़ रुपये का एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा हुआ है। बजट स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिए जाएंगे। – पीएन राय, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग