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राष्ट्रीय अखंडता की रक्षा को धर्म और पथ के अंतर पर मंथन जरूरी

देहरादून राष्ट्रीय एकता और अखंडता की रक्षा के लिए सभी देशवासियों को धर्म और पंथ के बीच के अंतर पर मंथन करने की जरूरत है सिख इस्लाम ईसाई और हिंदू धर्म नहीं पंथ है धर्म के अर्थ हैं माता-पिता और समाज के प्रति मनुष्य का क्या धर्म है धर्म सीधे संस्कारों से जुड़ा है लेकिन अवसरवादी ताकतें धर्म की आड़ में समाज को गुमराह कर बांटने का प्रपंच रच रही है ऐसे में सभी समुदायों को स्वयं मंथन पर राष्ट्रीय एकता और अखंडता की रक्षा करने की जरूरत है इसी तथ्य को उजागर करने के लिए सर्वत्र सेवा फाउंडेशन द्वारा राष्ट्र जागरण अभियान के चलते मां भारती के सम्मुख चुनौतियां और निवारण विषय पर आयोजित सभा का आयोजन कर व्यापक चर्चा की गई।


रिपोर्टर बीके श्रीवास्तव
कैमरामैन मयंक यादव

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