भारी बारिश में हो रही समस्याओं का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे आईएसबीटी पहुंचे। यहां पर जलभराव का हाल देखकर मुख्यमंत्री हैरान रह गए। यहां चारों तरफ सड़क पर पानी जमा था। मुख्यमंत्री ने जलभराव पर नाराजगी जताते हुए इसके कारणों की जांच करने के आदेश जिलाधिकारी को दिए। जल निकासी की व्यवस्था के लिए बनाए नाले के डिजाइन पर भी सीएम ने सवाल उठाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा। डीएम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, आईएसबीटी में जलभराव नासूर बन गया है। कई बार यहां जल निकासी की व्यवस्था के लिए कार्ययोजना बनाई गई लेकिन आज तक जलभराव का समाधान नहीं हो पाया। वर्तमान में एनएचएआई की ओर से जल निकासी के लिए यहां नाले का निर्माण किया गया है। लेकिन, इसका डिजाइन ऐसा है कि अब पहले से ज्यादा जलभराव होने लगा है। बड़े नाले की निकासी छोटी नाले में कर दी गई है, जिससे पूरा पानी नाले के बजाय सड़क पर बह रहा है।
बारिश में आईएसबीटी सहित अन्य क्षेत्रों में जलभराव को देखते हुए दोपहर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने चंद्रबनी देहरादून का भी स्थलीय निरीक्षण किया। चंद्रबनी में एक कॉलोनी में जंगल से पानी आने की वजह से जलभराव की स्थिति रही। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर सुरक्षा दीवार का काम पूरा न होने के कारण यह समस्या आ रही है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए। यदि लोगों को खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की जरूरत पड़ेगी तो इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। निरीक्षण के दौरान आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका एवं जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
आईएसबीटी के ड्रेनेज सिस्टम पर विधायक विनोद चमोली पहले ही सवाल उठा चुके हैं। हाल ही में उन्होंने एनएच, लोनिवि आदि विभागों के अधिकारियों के साथ आईएसबीटी का दौरा किया था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने एनएच की ओर से जल निकासी के लिए बन रहे नाला निर्माण पर सवाल उठाते हुए इसे महज खानापूर्ति बताया था। विनोद चमोली ने कहा कि टाटा मोटर्स की ओर से आने वाले नाले को एनएच की ओर से गुरुराम राय की ओर से आने वाले नाले में जोड़ दिया गया। गुरुराम राय की ओर से आने वाला नाला छोटा है। इसलिए वह ज्यादा पानी का प्रेशर नहीं सह पा रहा है और पानी सड़कों पर बह रहा है।