
उत्तराखंड डिपो की रोडवेज बसों का संचालन शुक्रवार को बंद रहने के कारण देहरादून से नई दिल्ली और अन्य स्थानों पर जाने वाले यात्री परेशान रहे। आईएसबीटी से संचालित होने वाली 300 बसों का संचालन ठप रहा, वहीं पर्वतीय डिपो की 70 बसों के पहिये थम गए। बसों का संचालन पूरी तरह से बंद होने के कारण यात्री भटकने को मजबूर रहे।
मालूम हो कि परिवहन निगम कर्मचारी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को एक दिवसीय हड़ताल पर थे। आंदोलित कर्मचारियों ने तड़के पांच बजे से ही बसों का संचालन ठप कर दिया। इससे आईएसबीटी पहुंचे हजारों यात्रियों को मायूस होकर लौटना पड़ा, जबकि कई यात्री विशेष हालात होने के कारण निजी साधनों का प्रयोग कर गंतव्य को रवाना हुए। हजारों यात्रियों ने अपनी यात्राएं निरस्त कर दीं और घरों को लौट गए।
यह थी कर्मचारियों की मांग
कर्मचारियों की मांग थी कि परिवहन निगम में कार्यरत विशेष श्रेणी कर्मचारियों को नियमित किया जाए। मृतक आश्रितों को नौकरी पर रखे जाने के साथ ही परिवहन निगम के बेड़े में नई बसों की खरीद की जाए। निजीकरण व निजी बसों के संचालन को बढ़ावा न दिया जाए। अपनी मांगों को लेकर उत्तराखंड परिवहन निगम संयुक्त मोर्चा के बैनर तले परिवहन निगम की चारों यूनियनों के पदाधिकारी, कर्मचारी, चालक-परिचालक एक दिवसीय हड़ताल पर रहे।
कई शहरों को जाने वाले थे यात्री
परिवहन निगम कर्मचारियों की एक दिवसीय हड़ताल और बसों का संचालन नहीं होने से आईएसबीटी पहुंचे हजारों यात्रियों में कई नई दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़ के साथ ही लखनऊ जाने वाले थे, तो कई को यूपी के कई शहरों में जाना था। बसें डिपो में तो खड़ी नजर आईं लेकिन उन्हें चलाने वाला कोई नहीं था।