जल संस्थान में प्रकाश व्यवस्था को आए 96500 यह धनराशि का सिर्फ कागजों में उपयोग दिखा दिया गया जबकि धरातल पर काम हुआ ही नहीं इस मामले का खुलासा होने पर जांच का स्वांग भी अधिकारियों ने रचा जांच में लीपापोती कर अधिशासी अभियंता ने दोषियों को क्लीन चिट भी दे डाली लेकिन जिस निष्ठावान और ईमानदार अधिकारी और कर्मचारी ने मामले की जांच पर सवाल खड़े करते हुए मामले की ना सिर्फ उच्च स्तरीय जांच समेत दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की उल्टे शासन और विभागीय प्रशासन और शासन की गाजी उल्टे उन्हीं अधिकारी और कर्मचारी पर गिराते हुए उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया! पेश है रिपोर्ट
रिपोर्टर –बीके श्रीवास्तव
कैमरामैन– मयंक यादव