ग्राम खेरूवा में आधी रात को पहाड़ से आए भारी मलबे ने एक मकान और उससे सटी गोशाला को अपना निशाना बनाया। अचानक आई आपदा से हड़बड़ाए परिवार के सदस्य अपनी जान बचाकर इधर-उधर भाग गए लेकिन उनके चार मवेशियों की मलबे में दबकर मौत हो गई।कोटी-मिनस मार्ग पर दो वाहन भी मलबे में फंस गए।
मंगलवार की देर रात लगभग साढ़े बारह बजे कोटी-मिनस मोटर मार्ग पर स्थित ग्राम खेरूवा में ग्रामीण किशन सिंह पुत्र खंकरू मल के मकान में भारी मलबा घुस आया। घटना के समय किशन, उसकी पत्नी सल्लो देवी, उसकी मां शैला देवी व दो पुत्र विनोद व सुमित सोए हुए थे। बारिश के पानी के साथ बहकर आई चिकनी मिट्टी, पत्थर व मलबे की आवाज सुनकर हड़बड़ाकर उठे परिजन जान बचाने के लिए घर से बाहर निकल कर भागे।
इस दौरान उन्हें अपनी गोशाला का ध्यान नहीं आया। घर के ठीक नीचे बनी गोशाला में एक गाय, एक बैल व दो बछड़े मलबे में दब गए। चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पशुओं को निकालने का प्रयास किया लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके। भारी मलबे व पानी से मकान में रखा गृहस्थी का सारा सामान नष्ट हो गया।
कोटी-मिनस रोड पर एक यूटिलिटी और एक ट्रक भी मलबे में फंस गया, जिसे लोक निर्माण विभाग की टीम ने बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक गुलशन हैदर ने आपदा में हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को एक अन्य ग्रामीण के घर पर ठहराया गया है। इसके अलावा नुकसान की रिपोर्ट प्रशासन को भेजी जा रही है।