जो व्यक्ति अपनी बातों पर नियंत्रण ना रखें अपनी कमियों को छुपाने के लिए गढ़वाल के लोग उनकी लीडरशिप को उनको पसंद नहीं करते तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह गढ़वाल के लोगों को गालियां दे अब शब्द का उपयोग करें उत्तराखंड एक ऐसा स्थान है जहां पर बहादुर सिंह भंडारी गौरा देवी जैसे एक से एक महान हस्ती ने जन्म लिया है आपने उस धरती के ही लोगों को गालियां दी केदारनाथ जहां पर पूरे भारत का व्यक्ति आता है दर्शन करने के लिए उन्होंने उस धरती को गाली दी है शर्म आनी चाहिए उनको और अपनी गलतियों को सुधारने की जरूरत है और उनके अंदर क्या कमियां है इससे जानना जरूरी है यह भी कहना है कि या तो भारतीय जनता पार्टी इस सब में शामिल है मनीष खंडूरी ने भी पहले यह गलती की थी उन्होंने भी गढ़वाल के लोगों को अपमानित किया था करण मेहरा ने जो किया उसके लिए उनको जनता से माफी मांगने चाहिए और कहना चाहिए कि कि उनकी गलती है और उन्होंने यह भी कहा ऐसे लोगों को सप्ताह में रहने का कोई हक नहीं है जो उत्तराखंड के लोगों को विभाजित करते हैं और करण मेहरा झूठ बोल रहे अगर उन्होंने यह बयान नहीं दिया है तो वह अपने ही साथी कार्यकर्ता को नोटिस क्यों जारी कर रहे हैं हैं कि उन्होंने यह बयान नहीं दिया है और तो कांग्रेस के नेता करण मेहरा के इस बयान के बचाव में सामने आए जैसा कि हमने देखा जब नरेंद्र मोदी जी ने भी जब कृषि कानून लागू किया था उनकी गलती थी तो उन्होंने भी तो उसको वापस लिया था और उन्होंने यह भी कहा है कि 3 सीटों पर भाजपा के साथ तालमेल करने का कहीं यह रास्ता तो नहीं है एक तरफ पूरा भारत नरेंद्र मोदी से लोकतंत्र व्यवस्था को बचाने की बात कर रहा है और दूसरी तरफ से ऐसे बयान आ जाते हैं करण मेहरा जी के इस बयान की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है करण मेहरा जी या तो खुद इस्तीफा दे दें या फिर और केंद्रीय नेतृत्व कांग्रेस का उनको इस पद से हटा देना चाहिए
रिपोर्टर हिमांशु मलिक
कैमरामैन रोहित स्लग- श्री करण मेहरा