कोटद्वार के बीरोंखाल ब्लाक के ग्राम पंचायत कांडा मल्ला के तोक गांव बुलैंणु में शुक्रवार को अतिवृष्टि ने जमकर तबाही मचाई। इस दौरान सैलाब में एक गोशाला बह गई, जबकि एक आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। हादसे में परिवार बाल-बाल बचा। राजस्व विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर मौका मुआयना किया। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से चार परिवारों को गांव में ही अन्य जगह शिफ्ट कर दिया है।
जिला पंचायत सदस्य बाडाडांडा सरिता पोखरियाल और भाजयुमो के दुनाव मंडल अध्यक्ष दिनकर पोखरियाल ने बताया कि दोपहर 12:30 बजे के करीब क्षेत्र में भारी बारिश शुरू हुई। देखते ही देखते आस-पास के सभी नदी नाले उफान पर आ गए।
इस दौरान बुलैंणु गांव में ग्रामीण हीरामणि की गोशाला बाढ़ में बह गई। जबकि उनका आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया। महिपाल सिंह, चंद्र सिंह और मुरारी लाल के आवासीय भवन भी खतरे की जद में आ गए हैं। घरों के आगे मलबा भरा हुआ है।
बारिश से सिमड़ी-कांडा सड़क पर कई जगह पर मलबा आ गया। कंडूली बड़ी गांव के समीप मलबे में एक ट्रक फंस गया। घोड़पाला मल्ला से कांडा तल्ला के लिए पेयजल लाइन भी आपदा से क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे कांडा तल्ला, कुशल कांडा, मरखोला मल्ला, मरखोला, बमणखोला, घुरदेवु गांव में पेयजल संकट बन गया है। इन गांवों के 150 परिवार दो किमी. दूर प्राकृतिक स्रोत से पानी ढो रहे हैं।
उन्होंने प्रशासन से प्रभावित परिवार को मुआवजा देने और क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत कराने की मांग की है। सूचना पर राजस्व उपनिरीक्षक शिव सिंह, उत्सव अग्रवाल, कानूनगो विनोद सिमल्टी और पूर्ति निरीक्षक शशिबाला ने गांव पहुंचकर मौका मुआयना किया। राजस्व उपनिरीक्षक शिव सिंह ने बताया कि हीरामणि व तीन अन्य परिवारों को सुरक्षा की दृष्टि से गांव में ही शिफ्ट कर दिया गया है।