उत्तराखंड

Joshimath Crisis: जोशीमठ में भूकंप से हो सकती है भारी तबाही,

Joshimath Sinking वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान से कराया गया अध्ययन जोशीमठ में भूकंप की चिंता को जाहिर करता है। संस्थान के विज्ञानियों ने भूकंप की छोटी से छोटी हलचल को रिकॉर्ड करने के लिए क्षेत्र में 11 सिस्मिक स्टेशन स्थापित किए हैं। जो ब्रॉडबैंड आधारित है और वाडिया संस्थान में स्थापित कंट्रोल रूम को रियल टाइम जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

जोशीमठ में भूधंसाव के कारणों और अब वहां के हालात को लेकर विज्ञानियों से कराए गए अध्ययन में नई-नई जानकारियां सामने आई हैं। नौ संस्थाओं के विज्ञानियों की रिपोर्ट को राज्य सरकार ने हाल ही में सार्वजनिक किया है। भूकंप की दृष्टि से देखें तो यह पूरा क्षेत्र अति संवेदनशील श्रेणी में है। लिहाजा, राज्य सरकार भी इसे गंभीरता से ले रही है।

वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान से कराया गया अध्ययन भी इस चिंता को जाहिर करता है। संस्थान के विज्ञानियों ने भूकंप की छोटी से छोटी हलचल को रिकॉर्ड करने के लिए क्षेत्र में 11 सिस्मिक स्टेशन स्थापित किए हैं। जो ब्रॉडबैंड आधारित है और वाडिया संस्थान में स्थापित कंट्रोल रूम को रियल टाइम जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

इस बात की जानकारी हाल में सार्वजनिक की गई, वाडिया संस्थान की अध्ययन रिपोर्ट में साझा की गई है। वाडिया की अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार, 11 सिस्मोलॉजिकल स्टेशन का जो नेटवर्क तैयार किया गया है, वह एक मैग्नीट्यूड तक के सूक्ष्म भूकंप तक को रिकॉर्ड करने में सक्षम है।

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