उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जहां सभी 13 जिलों में बाघ हैं। पहाड़ों में शक्ति स्थल मां पूर्णागिरि गर्जिया मां चंडी महाकाली मां जयंती मां बाराही देवी आदि भवानी मां के स्वरूप है। इन सभी शक्ति स्थलों के आसपास शक्ति की सवारी यानी बाघों की मौजूदगी है। ऐसे में अब शिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में बाघों का शिकार करने वाले और इस अपराध में लिप्त रहने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) व गैंगस्टर के तहत कार्रवाई होगी। सीएम शुक्रवार को कार्बेट के झिरना जोन आए थे और यहां सुरक्षा कमिर्यों के साथ गश्त भी की थी।
रविवार को सीटीआर के निदेशक धीरज पांडे ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सफारी के दौरान कहा था कि राज्य में पांच सौ से अधिक बाघ हैं। जो करीब दो लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दे रहे हैं। इससे लगभग बीस हजार करोड़ का कारोबार हो रहा है।