
कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा कि जब हमारा विभाजन उत्तर प्रदेश से हुआ तो हमें सौ करोड़ रुपया वन विकास निगम के तहत लेना था जो कि आज तक की बकाया है और वो बढ़कर इतने सालों में चौबिस सालों में पाँच सौ करोड़ से भी अधिक हो गया है लेकिन पता नहीं कौन सी कुंभकरण की नींद में हमारे अधिकारी और मंत्री सो रहे है उत्तराखंड सरकार वो सौ करोड़ रुपया इनकम टैक्स भर चुकी है तो ऐसे में यह अपनी तरह का अनूठा मामला है और इसपर प्रेमचंद अग्रवाल कह रहे हैं कि इसका हिसाब दिखाया जाएगा उत्तर प्रदेश से वार्ता की जायेगी लेकिन प्रचंड बहुमत उत्तर प्रदेश को दो दो बार देने के बावजूद ही उत्तर प्रदेश से आए
तक हमारे मसले निपट नहीं पाए हैं यह विडंबना देखिए कि कोई काम का यह इंजन नहीं है किसी काम का प्रचंड बहुमत नहीं है उत्तर प्रदेश हमारा बड़ा भाई जरूर है लेकिन हमारी काफी सारी प्रॉपर्टीज कब्जा कर बैठा हुआ है उसके यह वार्ता करने की जरूरत है मुलाकातें करने की जरूरत है आपसी समन्वय की जरूरत है लेकिन जब इच्छा शक्ति ही नहीं
रिपोर्टर :लक्ष्मण प्रकाश