
श्यामपुर न्याय पंचायत की ग्रामसभा खदरी-खड़कमाफ में बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। यहां हर रोज बंदर खेतों में फसल तथा किचन गार्डन को को नष्ट कर रहे हैं। यही नहीं उत्पाती बंदर महिलाओं और बच्चों पर भी हमला कर रहे हैं। श्यामपुर के खदरी-खड़कमाफ में बंदरों के आतंक से लोग दिन भर अपने आंगन की क्यारियों में बैठकर पहरा दे रहे हैं, लेकिन जैसे ही किसी काम से घर के अंदर जाते हैं तो पलक झपटते ही ये बंदर क्यारियों में धावा बोल देते हैं।
इनकी हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि ये बिना लाठी वाले किसी भी व्यक्ति पर हमला कर देते हैं। शनिवार की शाम को रेहड़ी पर फल बेच रहे फूल चंद नाम के एक फल विक्रेता पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया था। राहगीरों ने बंदरों से बामुश्किल फल विक्रेता की जान बचाई। दिल्ली फार्म निवासी पीजी कालेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डा. कर्ण सिंह राणा ने बताया कि हाथी की आमद के बाद बंदरों के आतंक से सहमे हुए हैं।
बंदरों के आतंक की सूचना वन विभाग ऋषिकेश के अधिकारियों को दी गई है, पर कोई हल निकालने के बजाय बहानेबाजी ही की जा रही है। छोटे बच्चे घबराए हुए हैं। इसलिए बाहर निकलने से भी डर रहे हैं। सेवानिवृत्त शिक्षक नागेंद दत्त भट्ट ने बताया कि सर्दियों में धूप सेंकना भी भारी पड़ रहा है।