मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के संभावना है। वहीं, मौसम विभाग ने शनिवार को भी मौसम शुष्क रहने का अनुमान जताया है। रविवार और सोमवार को बारिश के आसार हैं।
गोरखपुर मौसम में लगातार बदलाव जारी है। मौसम में यह बदलाव माघ में फागुन का एहसास करा रहा था। वहीं, शुक्रवार को दिन में चटख धूप के साथ तेज हवा के बीच पेड़ से पत्तों के टूट कर गिरने से पतझड़ जैसे स्थिति बनी रही।
शुक्रवार को मौसम ने फिर करवट बदल ली। पिछले कई दिनों के बाद आकाश पूरी तरह से साफ रहा। कोहरा नहीं छाया। दिन चढ़ने के साथ ही तापमान बढ़ता चला गया। जहां न्यूनतम तापमान नौ डिग्री दर्ज किया गया था, वहीं दिन चढ़ने के साथ अधिकतम तापमान बढ़कर 24.3 डिग्री पहुंच गया। हालांकि अधिकतम तापमान सामान्य अधिकतम तापमान के बराबर रहा।
वहीं, बृहस्पतिवार को दिन में बदली छाए रहने के बाद शाम को बूंदाबांदी की वजह से ठंड बढ़ गई थी। दूसरे दिन ही शुष्क होने से मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह ही चटख धूप निकलने के साथ हवा चलने से पेड़ से पत्ते झड़ने लगे। चटख धूप और पेड़ से पत्तों का टूट कर गिरता देख लोग माघ में ही फाल्गुन माह का एहसास करने लगे।
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के संभावना है। वहीं, मौसम विभाग ने शनिवार को भी मौसम शुष्क रहने का अनुमान जताया है। रविवार और सोमवार को बारिश के आसार हैं।