हल्द्वानी हिंसा को लेकर जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि पहले बनभूलपूरा क्षेत्र के मलिक के बगीचा में कार्रवाई के दौरान पहले पत्थर से हमला किया गया, जिसका जवाब दिया गया। फिर टीम पर पेट्रोल बम से हमला हुआ।
बृहस्पतिवार की घटना ने बनभूलपुरा पर एक बड़ा कलंक लगा दिया। उपद्रवियों ने शायद इसका अंदाजा भी नहीं लगाया होगा कि उनकी यह हिमाकत कितनी भारी पड़ जाएगी। हल्द्वानी हिंसा को लेकर जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि पहले बनभूलपूरा क्षेत्र के मलिक के बगीचा में कार्रवाई के दौरान पहले पत्थर से हमला किया गया, जिसका जवाब दिया गया। फिर टीम पर पेट्रोल बम से हमला हुआ। इसका भी जवाब देने के साथ कंट्रोल किया गया।
इसके बाद उपद्रवियों की तरफ से फायरिंग हुई है। हमने पूरी तैयारी की थी, जिसके चलते इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी दो से ढाई घंटे के बीच स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। उसे अन्य जगहों पर फैलने नहीं दिया गया। गांधी नगर को सुरक्षित किया गया। यह बात डीएम ने नगर निगम में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि यह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई थी न कि दंगा था।
ऐसे में अतिक्रमण के विरुद्ध होने वाली कार्रवाई को लेकर तैयारी की जानी थी, वह की गई थी। संबंधित अतिक्रमण हटाने को लेकर 30 जनवरी नोटिस दिया गया। इसके बाद ड्रोन से पूरे इलाके को सर्च किया गया। इसमें किसी भी छत पर पत्थर नहीं दिखाई दे रहे थे, पर जो हमला हुआ है, वह सुनियोजित तरीके से हुआ है। ऐसे में लगता कि इसी बीच तैयारी की गई थी। जहां पर अतिक्रमण हटाया जाना था, वहां पर किसी तरह फोर्स का इस्तेमाल नहीं किया गया। कहा कि यह प्रकरण कम्युनल नहीं था।