मट्टनूर शहर में कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पे हुईं। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए कुछ एसएफआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हालांकि, इसपर वहां मौजूद अन्य कार्यकर्ता भड़क गए।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को रविवार की शाम मट्टनूर में काले झंडे दिखाए। इसके बाद एसएफआई के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।
राज्यपाल को दिखाए गए काले झंडे
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान कन्नूर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से वायनाड की तरफ जा रहे थे। दरअसल, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद अजीश के परिवार से मिलने जा रहे थे, जिन्हें जंगली हाथियों ने मार दिया था। वायनाड की तरफ जाने के दौरान राज्यपाल को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।
मट्टनूर शहर में कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पे हुईं। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए कुछ एसएफआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हालांकि, इसपर वहां मौजूद अन्य कार्यकर्ता भड़क गए। उन्होंने पुलिस पर हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं को पीटने का आरोप लगाते हुए उनके वाहनों को रोक लिया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि यह प्रदर्शन सोमवार तक जारी रहेगा।
पीड़ित के परिजनों से मिले राहुल गांधी
इससे पहले रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी वायनाड में वन विभाग के वॉचर वीपी पॉल के आवास पर पहुंचे। दरअसल, वीपी पॉल पर भी जंगली हाथियों ने हमला कर उन्हें मार दिया था। कांग्रेस सांसद ने पीड़ित के परिवार से मुलाकात की। शनिवार को वायनाड जिले में पुलपल्ली के पास पक्कम में भारी विरोध प्रदर्शन किया गया। राहुल गांधी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को इस मामले में एक चिट्ठी भी लिखी। उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की है।
केरल के वन विभाग के मंत्री एके ससींद्रन के अनुसार, पीड़ित पर हमला तब हुआ, जब हाथी मननथावाडी के पास एक आवासीय क्षेत्र में घुस गया था। इस घटना के बाद केरल सरकार ने पीड़ितों के परिजनों को मुआवजे को तौर पर 10 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया है। वहीं, मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर राज्य के शीर्ष अधिकारियों को उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन करने के निर्देश भी दिए।