उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जब किसी कानून में बदलाव किया जाता है तो वह समय की आवश्यकता अनुसार बनाया जाता है और समय-समय पर परिवर्तित होते रहते हैं साथ ही कहा कि इस समय बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को खतरा है क्योंकि इस समय भाजपा के सांसद इस बात को कह रहे हैं कि 2024 के चुनाव के बाद 400 की संख्या पर होते ही हम बाबा साहब के संविधान को बदल देंगे यह बड़ा चिंता का विषय है इस समय देश को ऊपर उठाने के लिए आवश्यक है जातीय जनगणना आर्थिक मैपिंग की आवश्यकता आ रही है देश में विशेष कुछ जातियां हैं जिनका सारी चीजों में कब्जा है वहीं आर्थिक रूप से देखें देश के 24 लोगों में 16 लाख करोड़ का कर्ज भारतीय जनता पार्टी के द्वारा माफ किया गया वहीं गरीबों को 10 se 15हजार के लिए परेशान किया जाता है किसानों के कर्ज माफ नहीं किए जाते हैं सबको बराबर आगे बढ़ने का अधिकार है इसके लिए दोनों कार्य जरूरी है आर्थिक मैपिंग भी और जातीय जनगणना भी जरूरी है।
रिपोर्टर :लक्ष्मण प्रकाश
कैमरामैन :चन्दन कुमार