
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता अशोक सेमवाल जी ने उत्तराखंड के जंगलों में लगी भीषण आग को लेकर कहा कि जंगलों में हर साल आग लगती है लेकिन उसके लिए कोई पुख्ता इंतजाम नही है, आज बहुत दुख हो रहा है कि कभी एक दिन में 56 आग की घटनाएं घट रही हैं तो कभी 47 आगजनी की घटनाएं घट रही है पूरे जंगल लगातार जल रहे हैं और आग को काबू नहीं किया जा रहा है, प्रदेश की सरकार को लेकर अशोक शेमवाल जी का कहना है कि इनका जनता से कोई लेना-देना नहीं है आग लगने से वन्य जीवों का बुरा हाल है इनका सिर्फ यही काम है कि जो केंद्र सरकार ने कार्यक्रम बनाए हैं उनको यहां जबरदस्ती लागू कर देना जैसे सीएए जो कोई राज्य का सब्जेक्ट नहीं है इस तरह के मामलों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी संज्ञान लेते हैं लेकिन जो धरातल पर वास्तविकता है जनता से संबंधित मुद्दे हैं उन पर उनका ध्यान नहीं है नहीं तो आज ऐसा रोना नहीं होता, आज यह वनाग्नि को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंच गया है यह अपने आप में बहुत ही शर्मनाक विषय है, जब इनको पता है कि यहां की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं तो तैयारी उस लेवल की नहीं है, यह जनता को मूर्ख समझ रहे हैं यह सिर्फ सत्ता का भोग भोगते रहो और जनता को धर्म के नाम पर मूर्ख बनाते रहो और काम नहीं करना है, वास्तविक काम धरातल पर जनता देखेगी तो इनको नकारेगी और जो धर्म के नाम पर जो विश्वास घात हो रहा है उससे यह सत्ता में आ रहे हैं इस तरह के हथकंडों से,काठ की हांडी बार-बार चढ़ने वाली नहीं है।