कैंप स्थित एक स्कूल में कैंप के दौरान आयरन फॉलिक एसिड की डोस लेने से 12 बच्चे बीमार हो गए। इसके बाद आनंद खनन ने बच्चों को दून अस्पताल के जज ओटी इमरजेंसी विभाग में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उपचार देकर सभी बच्चों को डिस्चार्ज कर दिया।अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज डॉक्टर मुकेश उपाध्याय का कहना है कि कैंप के माध्यम से बच्चों को आयरन फॉलिक एसिड की डोज दी गई थी, इसके बाद बच्चों में पेट दर्द ,नोसिया वोमिटिंग की शिकायत होने लगी। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे स्टेबल हैं, उन्होंने बताया कि बच्चों में कोई मेजर लक्षण नहीं थे, ऐसे में सभी बच्चों को प्राथमिक उपचार देकर डिस्चार्ज कर दिया गया है। डॉ मुकेश उपाध्याय के मुताबिक अपने आप में दवा का कुछ ना कुछ साइड इफेक्ट जरूर होता है, कुछ लोगों में दवा की डोज लेने से साइड इफेक्ट होते हैं जबकि कुछ लोगों में दवा के साइड इफेक्ट नहीं पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान बच्चों को इंजेक्टेबल्स और ओआरएस का घोल पिलाया गया। इसके अलावा बच्चों को घर में जो भी मेडिसिन दी जानी है, बस अभी मेडिसिन अस्पताल की ओर से परिजनों को प्रोवाइड कर दी गई है
वही बच्चों का हाल-चाल जानने पूर्व मेयर सुनील उनियाल गामा और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना भी अस्पताल पहुंचे, और डॉक्टरों बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि रेस्ट कैंप स्थित स्कूल में बच्चों को आज आयरन फॉलिक एसिड सिरप पिलाया गया, दवा की डोज लेते ही करीब एक दर्जन बच्चों में दवा रिएक्ट कर गई। ऐसे में बच्चों में उल्टी और बेचैनी जैसे लक्षण आने लगे। इसके बाद सभी बच्चों को अस्पताल लाया गया जहां प्रायमरी ट्रीटमेंट देकर सभी बच्चों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।