
रिस्पना नदी के किनारे काठ बंगला क्षेत्र में प्रशासन अवैध कब्जों पर कार्रवाई कर रहा है। वहां जेसीबी से करीब 26 मकान ध्वस्त कर दिए गए हैं। निकट की बस्ती में की गई तोड़फोड़ की वजह से 25 वर्षीय सोनम को गहरा सदमा लगा, और तबीयत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने आज सड़क पर जाम भी लगाया। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़िता के परिजनों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।कांग्रेस पार्टी ने मलिन बस्तियों से अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई पर सवाल उठाए और कहा कि अतिक्रमण हटाये जाने के नाम पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना है कि अतिक्रमण को लेकर सरकार की तरफ से लगातार विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं शहरी विकास मंत्री का कहना है कि किसी को भी डरने की आवश्यकता नहीं है और किसी को उजाड़ा नहीं जाएगा, लेकिन लोगों के घर उजाड़ने के लिए निरंतर बुलडोजर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अतिक्रमण हटाये जाने को लेकर एनजीटी का हवाला दे रही है। लेकिन सरकार को एनजीटी का वह आदेश दिखाना चाहिए जिसमें यह कहा गया हो कि शहर के केवल 525 घर ही अतिक्रमण की श्रेणी में आते हैं। जबकि कई सरकारी संस्थान, रसूखदारों के होटल और रिजॉर्ट और शिक्षण संस्थान नदियों के किनारे बने हुए हैं। ऐसे में यदि सरकार को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करनी भी है तो निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही करे। कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर पक्षपात पूर्ण तरीके से कार्रवाई किए जाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि कल काठ बंगला क्षेत्र में बस्ती में हुई तोड़फोड़ की वजह से 25 वर्षीय सोनम को गहरा सदमा लगा और उसकी जान चली गई। वहीं कांग्रेस पार्टी ने संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग उठने के साथ ही मृतका के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग भी की है।