
Chardham Yatra 2023 कर्नाटक के मैसूर निवासी पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर 44 वर्षीय दक्षिणामूर्ति कृष्ण कुमार ऐसे ही मातृभक्त हैं जिन्होंने अपनी 73 वर्षीय माता को तीर्थयात्रा कराने का बीड़ा उठाया है। स्कूटर पर मां के साथ 70 हजार 268 किमी का सफर तय कर चुके हैं।
पृथ्वी पर माता-पिता ही ईश्वर का दूसरा रूप होते हैं, इस बात को मानने वाले माता-पिता की सेवा को हमेशा ही सर्वोपरि मानते हैं।
कर्नाटक के मैसूर निवासी पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर 44 वर्षीय दक्षिणामूर्ति कृष्ण कुमार ऐसे ही मातृभक्त हैं, जिन्होंने अपनी 73 वर्षीय माता को तीर्थयात्रा कराने का बीड़ा उठाया है।
उनकी यह तीर्थयात्रा उनके पिता के 25 साल पुराने स्कूटर पर जारी है। वर्तमान में वह बुजुर्ग माता को उत्तराखंड के प्रसिद्ध चारधाम के दर्शन कराने के बाद तीर्थनगरी ऋषिकेश लौटे हैं।
कर्नाटक के मैसूर स्थित बोगाांदी गांव निवासी दक्षिणामूर्ति कृष्ण कुमार की बात ही निराली है। वह पिछले करीब पांच वर्षों से अपनी माता के साथ एक पुराने स्कूटर पर भारत भ्रमण और तीर्थों की यात्रा पर निकले हैं। इस स्कूटर के अलावा इनके पास एक टूटी स्क्रीन का मोबाइल, दो हेलमेट, पानी की दो बोतलें, एक छाता और एक बैग, जिसमें कुछ जरूरी सामान रखा है। बस मां-बेटे की यात्रा के यही संगी साथी हैं