
फर्जी डॉक्टर प्रकरण के मास्टर माइंड इमलाख ने अपना धंधा सिर्फ यूपी, दिल्ली, बिहार, राजस्थान तक ही नहीं बिल्क विदेशों तक फैला रखा था। इमलाख को जब पुलिस रिमांड पर उसके मुजफ्फरनगर स्थित बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज ले गई तो वहां यूक्रेन के कॉलेजों की एमबीबीएस की डिग्रियां भी बरामद की गईं।
पुलिस अब यह पता कर रही है कि यह डिग्रियां फर्जी हैं या असली। बता दें कि 10 जनवरी को एसटीएफ ने फर्जी डॉक्टर प्रकरण का खुलासा था। इसके बाद तीन फरवरी को एसटीएफ ने प्रकरण के मास्टरमाइंड इमलाख को गिरफ्तार किया था। जिसे जिला पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस जब इमलाख को रिमांड पर मुजफ्फरनगर स्थित बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज और उसके बताए अड्डों पर लेकर गई तो वहां फर्जी डिग्रियां, लेटर पैड, 51 मुहर बरामद हुईं।
उसके पास से दिल्ली, बिहार, राजस्थान, यूपी, ओडिसा के विभिन्न कॉलेजों, स्कूलों की फर्जी डिग्रियां मिली हैं। वहीं, यूक्रेन के कॉलेजों की एमबीबीएस की डिग्रियाें के साथ वहां के चिकित्सा परिषद के प्रमाण पत्र भी मिले हैं। सीओ नेहरू कॉलोनी अनिल जोशी ने बताया कि फिलहाल यूक्रेन में हालात ठीक नही हैं लेकिन अन्य माध्यमों से इन डिग्रियों की सच्चाई पता लगाई जाएगी।
फर्जी डॉक्टर डिग्री मामले में उत्तराखंड चिकित्सा परिषद के तीन कर्मचारियों की गिरफ्तारी के बाद अब परिषद के दो पूर्व डायरेक्टर भी पुलिस के रडार पर हैं। बताया जा रहा है कि इन्हीं के कार्यकाल में फर्जी रजिस्ट्रेशन हुए थे। पुलिस दोनों डायरेक्टरों से पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जल्द ही इन डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया जा सकता है।