
सुविधाएं न होने से कॉलेज में गिरी थी छात्र संख्या, अब सुविधा बढ़ने पर भी नहीं आ रहे छात्र
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज साहिया में तीन तरह के इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स संचालित किए जा रहे है। कॉलेज के तीनों डिप्लोमा कोर्स में 150 सीटें हैं, जबकि कॉलेज में केवल 57 छात्र-छात्राएं ही पढ़ रहे हैं। पूर्व में कॉलेज शिक्षकों, मशीनों आदि की कमियों से जूझ रहा था, इसके चलते कॉलेज में छात्र प्रवेश नहीं ले रहे थे। अब शिक्षकों और मशीनों की कमी दूर हो गई है पर लंबे समय तक संसाधनों की कमी के दुष्प्रचार के चलते छात्र छात्राएं कॉलेज में प्रवेश नहीं ले रहे हैं। राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज साहिया 63 फीसदी सीटें खाली हैं।
वर्ष 2022 में कॉलेज में व्यवस्थाओं में सुधार आना शुरू हुआ। कॉलेज में रिक्त पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति हो गई। कॉलेज के छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए नई मशीनें और कंप्यूटर भी मुहैया करवा दिए गए हैं। छात्रावास भी बनकर तैयार हो गया है। इस बीच दुष्प्रचार इतना हुआ कि अब छात्र कॉलेज में प्रवेश लेने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
कॉलेज के प्रधानाचार्य सुरेश कुमार ने बताया कि इस बार 18 बच्चों का चयन महेंद्रा, बजाज ऑटो और टाटा मोटर्स कंपनियों में हुआ है। उन्होंने बताया कि अब कॉलेज में तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं।