देखें मुझे लगता है कि इतने सालों तक कांग्रेस से एक राग अलापती रही और वह यह कहती रही कि हम धर्म की राजनीति नहीं करते हैं और इसीलिए वह पूरे देश को यह बताते रहे कि धर्म की राजनीति नहीं करते हैं और आज कांग्रेस के आकर आज विपक्ष में बैठकर के उनके राहुल गांधी जी भोले शंकर जी का चित्र लहरा देते हैं संविधान को ले रहा देते हैं और वह बात करते हैं कि हम रात धर्म
की राजनीति नहीं करते आज केदारनाथ बाबा को लेकर के जो मंदिर शिलान्यास के को लेकर के इतना हल्ला कांग्रेस मचा रही है अगर बद्रीनाथ में जिस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री कांग्रेस के थे अगर वो वहां पर शिलान्यास और उद्घाटन करने जा सकते हैं तो यहां दिल्ली के अंदर जो शिलान्यास व वह गलत कैसे हो सकता इस पर भी मंथन कांग्रेस को करने की आवश्यकता है और कांग्रेस को यह बताने के हाउस
सकता है कि उन्होंने जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने कितने बड़े बड़े घोटाले हमारे धार्मिक स्थलों में कि उनको भी उनका जवाब देना चाहिए मुझे लगता है कि कांग्रेस को अपने अंदर मंथन करना चाहिए और धर्म की आड़ में जो राजनीतिक रोटियां सेकने का काम कांग्रेस कर रही है तो उसको बंद कर देना चाहिए प्रदेश की जनता ने इतना बड़ा सबक उनको अभी लोकसभा के चुनाव में सिखाया कि पांचों की पांचों लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी की
झोली में डालने का काम किया है प्रदेश की जो भावनाएं हैं जो उनकी आस्था है उनके साथ खिलवाड़ कांग्रेस न करें तो बेहतर होगा क्योंकि प्रदेश की जनता को बार बार सबक सिखा रही है और वो सीख नहीं ले रहे हैं मुझे लगता है कि अभी उनकी जो दो दिन की जो बैठकर रही का शीर्ष नेतृत्व यहां पर पहुंचा उसने सारी चीजें निकलकर आ गई होगी आपको पता चल गया होगा कि कैसे कैसे कार्यकर्ताओं ने बड़े नेताओं के छोटे कार्यकर्ता
रिपोर्टर :लक्ष्मण प्रकाश
कैमरामैन :गोपाल चोपड़ा